छत्तीसगढ़/कोरबा :- ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने 16 अप्रैल की कोयला उद्योग में भूविस्थापित आंदोलन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि एसईसीएल मुख्यालय में एसईसीएल के 7 क्षेत्रों के प्रभावितों ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया था और एक साथ एक ही दिन आंदोलन की नोटिस जारी कर अपनी एकता का परिचय दिया है कल होने वाली हड़ताल से मिट्टी ,कोयला और परिवहन कार्य पूरी तरह से प्रभावित होगी और इस आंदोलन से ही कम्पनी स्तर पर पुनर्वास नीति में संशोधन का रास्ता निकल कर आएगा । उन्होंने 2021 में हुए आंदोलन और उसके बाद 2022 में संशोधन का जिक्र करते हुए बताया कि पुराने लंबित रोजगार,मुआवजा में बढ़ोतरी, भूविस्थापित टेंडर , जैसी महत्वपूर्ण निर्णय आने से किसानो को लाभ हुआ था । आवेदन करते करते थक चुके हैं बिना आंदोलन के बहरी प्रबन्धन को सुनाई नही देती इसलिए यह आंदोलन जरूरी है उन्होंने सभी भूविस्थापित और संघर्ष के साथ जुड़े संगठनों से भी इस आंदोलन में शामिल रहने का आव्हान किया है ।