छत्तीसगढ़/कोरबा :- छत्तीसगढ़ में विधान सभा चुनाव ज्यों-ज्यों नजदीक आते जा रहे हैं त्यों त्यों घोषित हो चुके प्रत्याशियों और अघोषित प्रत्याशियों की धड़कनें तेज होती जा रही हैं और नेताओं व जनता में अबकी बार किसकी होगी सरकार और कौन होगा मुख्यमंत्री को लेकर समीकरण और चर्चाओं का दौरा चालू हो चुका है,
एक ओर जहां कांग्रेस में टीएस सिंहदेव के समर्थक ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री पद के वादे और दावे को भूल नहीं पा रहे हैं, जबकि टीएस बाबा को चुनाव के महज कुछ माह पहले छत्तीसगढ़ का डिप्टी सीएम बना दिया गया है, और कांग्रेस की ओर से स्थिति सामान्य बताई जा रही है और दावा किया जा रहा है कि छत्तीसगढ़िया वाद की सोच रखने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अगवाई में पुनः दूसरी बार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बन रही है ।
वही भाजपा में मुख्यमंत्री पद के लिए डॉ रमन सिंह का चेहरा लोग भूल नहीं पा रहे हैं, लेकिन उनके मंत्रिमंडल के वह चेहरे जिन्हें 15 वर्षों तक बार-बार रिपीट किया गया और 2018 के विधानसभा चुनाव में डॉ रमन सिंह के हार का कारण बने, हालांकि भाजपा में अभी मुख्यमंत्री के लिए कोई चेहरा सामने नहीं लाया गया है, जिसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है और अब तक भाजपा की ओर से रमन का ही चेहरा माना जा रहा है ।
भाजपा प्रत्याशी जीते तो लखन होंगे कोरबा विधानसभा के पहले भाजपा विधायक
वही कोरबा विधानसभा क्षेत्र की बात की जाए तो इस बार 2023 में संपन्न होने वाले विधानसभा चुनाव में कोरबा विधानसभा में प्रदेश भर के पक्ष विपक्ष नेताओं की नज़रें टिकी हुई है जहां भाजपा ने लखन लाल देवांगन को कोरबा विधानसभा से भाजपा का प्रत्याशी बनाया है, जो पूर्व में कोरबा नगर पालिक निगम के महापौर रह चुके हैं जिनकी गिनती सीधे-साधे और मिलनसार व्यक्तियों में की जाती है, अगर यह कोरबा विधानसभा से अबकी बार जीत हासिल करते हैं तो कोरबा विधानसभा सीट से भाजपा के पहले विधायक होंगे, और अगर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनती है तो सरकार में एक अहम भूमिका में नजर आ सकते हैं,
अबकी बार जय की जय हुई तो होंगे मुख्यमंत्री के दावेदार
कोरबा सीट के राजनीतिक इतिहास पर गौर करें तो 2008 से अस्तित्व में आई सीट पर कांग्रेस का शुरू से ही कब्जा बरकरार है. 2008 के बाद 2013 और 2018 के चुनाव में भी कांग्रेस को जीत मिली. पिछले 15 वर्षों से कोरबा विधानसभा सीट पर जीत हासिल करते हुए आए जयसिंह अग्रवाल का क्षेत्र में दबदबा रहा, और जिनकी पहचान पूंजी पत्तियों और दबंग नेताओं में की जाती है जो वर्तमान में छत्तीसगढ़ कि कांग्रेस सरकार में राजस्व मंत्री हैं, हालांकि कोरबा विधानसभा सीट से कांग्रेस पार्टी ने अभी प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है लेकिन माना जा रहा है कि कोरबा विधानसभा सीट से पुनः चौथी बार कांग्रेस पार्टी जयसिंह अग्रवाल को अपना प्रत्याशी बनाएगी और मैदान में उतारेगी, अगर ऐसा हुआ और चौथी बार जयसिंह अग्रवाल कोरबा विधानसभा से जीत हासिल करते हैं और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है तो वह प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री के प्रबल दावेदारों में से एक होंगे, क्योंकि कोरबा विधानसभा बनने के पहले कटघोरा विधानसभा सीट से 2003 में जय सिंह ने जीत हासिल की थी इस तरह वह अब पांचवीं बार विधायक बनेंगे जिसमें कटघोरा विधानसभा से पहली बार और कोरबा विधानसभा से अगर इस बार जीते तो चौथी बार कोरबा विधानसभा के विधायक बनेंगे तो मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदारों में से एक होंगे यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी में खासकर कोरबा विधानसभा की टिकट को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है हालांकि कांग्रेस के द्वारा मंत्रियों के टिकट नहीं काटने की घोषणा भी की जा चुकी है, जिससे मंत्री जयसिंह अग्रवाल की टिकट फाइनल मानी जा रही है और घोषणा होना बाकी है ।
2023 विधानसभा चुनाव : कोरबा विधानसभा में मुकाबला होगा दिलचस्प
अगर कांग्रेस पार्टी जयसिंह अग्रवाल को चौथी बार कोरबा विधानसभा सीट से प्रत्याशी उतरती है तो कोरबा विधानसभा में चुनाव दिलचस्प रहने वाला है, एक ओर जहां भाजपा प्रत्याशी लखन लाल देवांगन की छवि लोकल एवं छत्तीसगढ़िया नेता की बनी हुई है और वह सादगी और सज्जनता के दम पर जनता के बीच जाएंगे वही अगर कांग्रेस पार्टी से कोरबा विधानसभा सीट से जयसिंह अग्रवाल को प्रत्याशी घोषित करती है तो भाजपा प्रत्याशी के उलट उनकी छवि दबंग नेता एवं पूंजीपतियों में की जाती है जिससे उनके मध्य धनबल बाहुबल और सत्ता बल की ताकत के मध्यस्थ दोनों पार्टियों के चुनाव संपन्न होंगे,
वही इस बार के चुनाव में कोरबा विधानसभा से प्रत्याशी घोषित हो चुके आम आदमी पार्टी के विशाल केलकर भी दोनों पार्टियों के समीकरणों का संतुलन बिगड़ेंगे, इसके अलावा लोकलवाद के मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना की भी राजनीति में एंट्री की सुगबुगाहट हैं, जबकि पहले से स्थानीय और आदिवासियों के मामले को प्रमुखता से उठाने वाली गोंडवाना गण तन्त्र पार्टी मौजूद है ।
कोरबा विधानसभा में 2018 के चुनाव में प्रत्याशियों को मिले वोट
2018 के विधानसभा चुनाव में कोरबा सीट पर 21 उम्मीदवारों ने अपनी चुनौती पेश की थी, जिसमें मुकाबला त्रिकोणीय रहा था. कांग्रेस के जयसिंह अग्रवाल, भारतीय जनता पार्टी के विकास महतो और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के राम सिंह अग्रवाल के बीच रहा. जयसिंह को 70,119 वोट मिले तो विकास महतो के खाते में 58,313 वोट आए. इस प्रकार जीत का अंतर 11806 वोटो से रहा ।
1 जयसिंह अग्रवाल कांग्रेस 70119 —
2 विकास महतो भाजपा 58313 —
3 राम सिंह अग्रवाल (चाचा) जे.सी.सी 20938 —
4 विशाल केलकर निर्दलीय 4859 —
5 राम लाल सूर्यवंशी निर्दलीय 1210 —
7 राजेश पांडे निर्दलीय 914 —
8 विकास कुमार महतो राकांपा 671 —
9 शेरे हाकु निर्दलीय 636 —
10 अनुप अग्रवाल आप 632 —
11 अमरनाथ अग्रवाल निर्दलीय 573 —
12 लखन लाल देवगन एसपी 385 —
13 धर्मेंद्र सिंह ध्रुव एपीआई 309 —
14 मधुर रॉबर्ट्स (गुरुजी) आर.जी.पी 271 —
15 रज्जाक अली निर्दलीय 267 —
16 राम चरण पटेल निर्दलीय 254 —
17 धनसाई मधुकर सीवीजीआरपी 173 —
18 दुडेन खांडे निर्दलीय 127 —
19 पवन महंत निर्दलीय 124 —
20 सुशील कुमार विश्वकर्मा निर्दलीय 123 —
21 शत्रुघ्न साहू निर्दलीय 105 —