छत्तीसगढ़/कोरबा :- कोरबा जिले में केबल संचालक से छल कपट कर उसके सहयोगीयों ने संचालक को चूना लगा दिया है संचालक से छल कपट कर सेटअप बॉक्स का क्लोनिंग कर फर्जी आईडी बनाकर एक नाम से चार कनेक्शन चलाने का मामला प्रकाश में आया है, जिसमें एक गिरोह के रूप में कोरबा सहित छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में इस प्रकार सेटअप बॉक्स क्लोनिंग कर जीएसटी की चोरी करते हुए व्यक्तिगत लाभ लिया जा रहा है शिकायत पर पुलिस ने फिलहाल 14 लोगों के ऊपर मामला पंजीबद्ध करते हुए विवेचना कर रही है ।
दरअसल अरविंद सिंह पनवार पिता हरि सिंह पनवार निवासी 63 न्यू देवास रोड इंदौर मध्य प्रदेश का है वह केबल संचालन व केबल लाइन लीज पर लेकर काम करने का व्यवसाय मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ में विगत 2011 से कर रहा है 2014 में वंदे मातरम केबल से जुडकर कोरबा में अलग अलग जगह में केबल लीज पर लेकर और वंदे मातरम केबल नेटवर्क के साथ मिलकर डायेक्टर कनेक्शन का कार्य पर अपना रोजगार चलाता है संचालक स्थायी निवासी इंदौर मध्यप्रदेश का रहने वाला है इस लिये कभी कोरबा तो कभी मध्यप्रदेश में रह के अपना कार्य करता है किन्तु कोविड 19 वैश्विक माहामारी के समय से वह अपना गृह निवास इंदौर में स्थायी रूप से चला गया था और लंबे समय तक कोरबा नहीं आने पर विक्की गुलाटी, अंजन चौधरी, उदय प्रताप सिंह, भास्कर चटर्जी, पुरूषोत्तम कर्ष, करन सिंह ठाकूर, संतोष पटेल, प्रकाश गुप्ता, आशीष नामदेव व अन्य के द्वारा कनेक्शनो पर अपना मालिकान हक जमाकर लाईनो पर स्वयं कार्य करने लगे। 01 अगस्त 2020 को जब केबल संचालक वापस आया और उसने अपना हिसाब मांगा तो सरगना ने घाटा दिखाकर अर्थात कनेक्शन सेटअप बाक्स में कमी बताकर होने वाली आय को स्वयं वसूल कर अलग से उपयोग उपभोग करने लगे केवल संचालक द्वारा सेटअप बाक्स की संख्या व सर्वे करने की बात कहने पर उन लोगो ने मना कर दिया, तब संचालक द्वारा गुप्त रूप से सर्वे करवाया गया तो कनेक्शनो की संख्या में कोई कमी नहीं दिखी तब सेटअप बाक्स के सबक्रिशन आई0डी0 के नम्बरो का मिलान कराया गया तो बडी गडबडी दिखी एक ही सबक्रिशन आई0डी0 के 3 से 4 डिब्बे लाईनो पर चल रहे है। जिसे साधारण भाषा में क्लोनिंग बाक्स बोला जाता है। यह एक डिजिटल साईबर क्राईम है। यह एक बडा दंडनीय अपराध है। यह साइबर क्राईम में आता है यह एक अकेले व्यक्ति का काम नहीं है। इसमे पूरा एक गिरोह शामिल है जिसे जयपाल सिंह गुलाटी संचालित करता है। क्लोलिंग बाक्स बनाकर ये मौजूदा एम0एस0ओ0 केन्द्र सरकार को प्रतिमाह लाखो रूपये का आर्थिक नुकसान पहुचा रहे हैं तो तुरंत केवल संचालक अरविंद सिंह पवार ने 21/09/2020 को बालको थाने में आवेदन दिया जब इसकी जानकारी गिरोह के सरगना जयपाल सिंह गुलाटी को लगी तो उसने केबल संचालक अरविंद सिंह पवार को करन सिंह ठाकूर के घर बुलाकर जान से मारने की धमकी दी और वंदेमातरम केबल नेटर्वक कंपनी का फर्जी रिकव्हरी नोटिस दिया जिसमें अवैध तौर पर संचालक से 8,00,000/- (आठ लाख रूपये) की रिकव्हरी मांगी,
केबल संचालक अरविंद सिंह पवार ने पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में बताया है कि इसी गिरोह के अन्य सदस्यो ने मेरे पास रखे मेरे दस्तावेज जिसमें चेकबुक, पेन ड्राईव मुझसे छिन लिये और मुझे कोरबा छोडने की धमकी और वापस आने पर जान से मारने की धमकी दी पिछले माह किसी ने मुझे फोन कर के बताया कि विक्की गुलाटी अपने नेटर्वक जमनीपाली तहसील दर्री की एक होटल शिवायल में एक ही नम्बर दो डब्बे होटल के अलग अलग रूम में चला रहा था उसी प्रकार उसी होटल में मेरे नाम से फर्जी आई0डी0 बनाकर एक ही नम्बर के दो डब्बे अलग अलग रूम में चला रहा था ताकि अगर फसने की बात आये तो मेरे नाम के आई0डी0 दिखाकर बच सके, जिसकी डिटेल जब मैंने निकाली तो मुझे ज्ञात हुआ कि, यह सही है अपने एम0एस0ओ0 और पाटनरो को भी धोखा दे रहे है मेरे नाम का उपयोग कर आई0डी0 बनवा रखी है इसमें सारी डिटेल जैसे मोबाईल नंबर, ई-आई0डी0, आफिस एड्रेस सब अपनी मर्जी का डालकर मेरे नाम से गलत काम कर रहे है इसमें यह सभी लोग शामिल है। यह गिरोह पे नेट द्वारा निर्मित सेटअप बाक्स का क्लोन बनाकर अवैध केबल का अवैध लाभ प्राप्त कर रहे है। पे नेट कंपनी द्वारा निर्मित सेटअप बाक्स का क्लोन बनाकर यह गिरोह अन्य जगहो पर ऐसा ही कार्य कर रहा है जिसमें राजीव पंजारिया, बृजेश यादव उनका साथ दे रहे है जो कि अन्य शहर में पे नेट कंपनी के बाक्स का डिस्रीाकबुटर शीप लेकर स्वतंत्र रूप से कार्य कर रहे है। यह एक बहुत बडा खोटाला है जिसके द्वारा एम0एस0ओ0 और केन्द्र सरकार को लाखो रूपये का नुकसान हो रहा है। इसमें पे नेट कंपनी जो कि बैंक क्रप्ट हो चुकी है। उसके कुछ उच्च अधिकारी भी शामिल है। इस क्लोंनिंग का फायदा उठाकर कोरबा शहर के एक अन्य एम0एस0ओ0 के मैनेजर अजय गुप्ता और उसके साथ शामिल आपरेटर वेदपुरी गोस्वमी, गंगापुरी गोस्वामी व अन्य अपरेटर अपने आधे कनेक्शनो पर पे नेट के डिब्बे लगाकर उन्हे क्लोन कर बाजार में चला रहा है। अत: निवेदन है कि उक्त लोगो के विरूद्ध उचित दंडात्मक कार्यवाही करने की कृपा करें।
फिलहाल दर्री पुलिस ने सरगना सहित 14 लोगों के ऊपर एफ आई आर दर्ज करते हुए मामले की जांच कर रही है और शिकायतकर्ता द्वारा बताए अन्य जिलों में इस गिरोह की सक्रियता के मध्य नजर पुलिस कोरबा सहित अन्य जिलों में चल रहे इस केबल नेटवर्क से जुड़े सभी तार को जोड़ने और इस प्रकार की गड़बड़ी जो डिस्टल साइबर क्राइम के अंतर्गत आती है उसे पकड़ने का प्रयास कर रही है । और इन लोगों पर पुलिस मामला पंजीबद्ध किया गया है जिसमें से जयपाल सिंह ऊर्फ विक्की गुलाटी अंजन चौधरी, उदय प्रताप सिंह, भास्कर चटर्जी, पुरूषोत्तम कर्ष, करन सिंह ठाकूर, संतोष पटेल, आशीष नामदेव राजीव पंजारिया, बृजेश यादव, प्रकाश गुप्ता, अजय गुप्ता सतीश वेद पुरी गोस्वमी, गंगापुरी गोस्वामी एवं उनके अन्य सहयोगियों के नाम शामिल है ।