छत्तीसगढ़/जांजगीर चांपा :- हसदेव आरण्य बचाने चांपा के लोगों का मिला साथ, छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों आदिवासियों की जल,जंगल,जमीन बचाने जागरूक व समाजसेवी संगठनों ने लिया संकल्प, चांपा में हसदेव बचाओ की एक झलक च देखने को मिली है गांधी भवन में 11 सितंबर को हसदेव बचाओ कार्यक्रम रखा गया था बताया जा रहा है कि लाखों पेड़ पौधे काटकर कोल ब्लॉक आवंटन अडनी को किया जा रहा है इस वन के काटने का सबसे अधिक दुष्प्रभाव चांपा जांजगीर के साथ-साथ लाखों अन्य जीवो वनवासी बेदखल बेसहारा हो जाएंगे जंगल काटने के विरोध में केंद्र सरकार और राज्य सरकार को दोषी माना जा रही है। ग्रामीणों के द्वारा विरोध जारी है। बहरहाल इस मामले में सियासत भी देखने को मिल रही है । चांपा हसदेव बचाओ आंदोलन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। वही मानव अधिकार के सदस्य विकास तिवारी का कहना है कि हसदेव के जंगल काटने से जो आदिवासी मूलनिवासी छत्तीसगढ़ में आंदोलन कर रहे है उनके साथ राज्य सरकार साथ नही दे रही है । विकास तिवारी ने कहा कि हसदेव अरण्या जंगल आदिवासी मूलनिवासी छत्तीसगढ़ के साथ खड़े है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार भी मिलीभगत है? जनता के मन में हसदेव जंगल हसदेव नदी बचाओ आंदोलन में चांपा की जनता संपूर्ण साथ देने के लिए तैयार है विकास तिवारी ,पवन यादव, आशुतोष गोपाल, गजाधर श्रीवास, मनीष सेन, मुकेश सिंघानिया, गिरीश मोदी, सौरभ शराफ, प्रतिक पटेल, पवन तिवारी, सुनील तिवारी,हरि अग्रवाल, कुलवंत सिंह सलूजा, गौरव गुप्ता मूलचंद गुप्ता एवम् चांपा नागरिक उपस्थित रहे