उत्तर प्रदेश/फतेहपुर :- देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव हो रहे हैं मतदान की तारीख ज्यों ज्यों नजदीक आती जा रही है त्यों त्यों राजनीतिक दलों सहित प्रत्याशियों और उनके समर्थकों की धड़कन तेज होती जा रही हैं, सूबे में दो चरणों में चुनाव होंगे. 4 मई को पहले चरण और दूसरे चरण की वोटिंग 11 मई को होगी, जबकि 13 मई को नतीजे आएंगे. साल 2017 में हुए चुनावों में 3.35 करोड़ मतदाताओं ने वोट डाले थे. इस बार वोटरों की संख्या ज्यादा हो गई है इस बार 4.32 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, यूपी में नगर निकाय के 14,684 पदों पर चुनाव हो रहे हैं। इन्हीं में 17 महापौर, 200 नगर पालिका अध्यक्ष, 545 नगर पंचायत अध्यक्ष और 1420 पार्षदों के चुनाव भी हैं। चुनाव तो नगर निकाय के हैं, लेकिन ये 2024 आम चुनाव से पहले यूपी की 80 लोकसभा सीटों का सेमीफाइनल भी है।
प्रदेश में भाजपा की सरकार है इस लिहाज से भाजपा सभी नगरीय निकायों में जहां सत्ता पाने एड़ी चोटी का जोर लगा रही है वही विपक्षी पार्टियां भी इस निकाय चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा पुरानी नगर पंचायतों नगर पालिका परिषद के साथ-साथ नवगठित नगर पंचायत और नगर पालिका परिषद पर ज्यादा फोकस करते हुए सत्ता पाने ताकत झोंक रखी है, दीवाल पोस्टरों से पटे पड़े हुए हैं प्रत्याशी लोगों के घर घर पहुंच कर अपने पक्ष में लोगों से वोट की अपील कर रहे हैं ।
बात करें फतेहपुर जिले के दोआबा क्षेत्र की दो नवगठित कारीकान धाता व खखरेरू नगर पंचायतों की तो यहां विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा सत्ता पाने पूरी ताकत झोंक दी है नवगठित नगर पंचायत कारीकान धाता मे जहां सत्ता पाने बीजेपी एड़ी चोटी का जोर लगा रही है वही मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी भी हर हाल में नवगठित नगर पंचायत धाता में अपनी सरकार बनाना चाहती है इसके साथ साथ बहुजन समाज पार्टी कांग्रेश और निर्दलीय प्रत्याशी धाता नगर पंचायत की सत्ता पाने पूरी ताकत झोंक रखी है,
नवगठित नगर पंचायत धाता में कुल 22 980 मतदाता है जिसमें 12272 पुरुष मतदाता 10708 महिला मतदाता हैं, खखरेरू नगर पंचायत में कुल मतदाता 19699 हाय जिसमें से पुरुष मतदाता 10558 महिला मतदाता 9141 हैं,
नगर पंचायत धाता में अध्यक्ष पद के लिए कुल 20 प्रत्याशी मैदान में हैं जिसमें से पांच प्रत्याशी राजनीतिक पार्टियों से चुनाव मैदान में हैं वही 15 प्रत्याशी निर्दलीय भाग्य आजमा रहे हैं । अब देखना होगा धाता नगर पंचायत के मतदाता सत्ता पक्ष के प्रत्याशी को नगर की कमान अपने बहुमूल्य वोट देकर सौंपते हैं या फिर विपक्षी राजनीतिक पार्टियों या निर्दलीय प्रत्याशियों में से किसी एक को चुन कर नगर की सत्ता पर बैठातें हैं ।