छत्तीसगढ़/कोरबा :- छत्तीसगढ़ सरकार हमेशा छत्तीसगढ़ियों के उत्थान और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत और छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बचाने और बढ़ाने स्थानीय कलाकारों को मौका देने की बात करती है लेकिन धरातल में तस्वीर कुछ और होती है बड़े मंचों में छत्तीसगढ़िया कलाकारों को मौका ना देकर बॉलीवुड सहित अनेक बाहरी कलाकारों को मौका दिया जाता रहा है, चाहे पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार रही हो या वर्तमान भाजपा की सरकार दोनों सरकारे छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ाने और बचाने छत्तीसगढ़िया कलाकारों को बढ़ावा देने की बात करती है लेकिन बड़े कार्यक्रमों में बॉलीवुड सहित अनेक बाहरी कलाकारों को बुलाकर दावों पर प्रश्न चिन्ह लगा देते हैं,
प्राचीन पाली शिव मंदिर के कारण पाली में पाली महोत्सव का कार्यक्रम पिछले कुछ वर्षों से किया जाता है लेकिन पिछले कुछ वर्षों से कभी उड़ीसा के कलाकार तो कभी बॉलीवुड के कलाकारों को विशेष तवज्जो दिया जा रहा है जबकि स्थानीय व प्रादेशिक छत्तीसगढ़ी कलाकारों को कम मौका दिया जाता है यही कारण है कि आज छालीवुड के कलाकार शिखर तक नहीं पहुंच पाते कई छत्तीसगढ़ी कलाकार आर्थिक तंगी के कारण कैरियर की बुलंदी तक पहुंचाने के पहले गुमनाम हो जाते हैं,
आज फिर पाली महोत्सव का कार्यक्रम पाली के ग्राम पंचायत केलाझरिया में 7 एवं 8 मार्च 2024 को आयोजित है जिसमें 7 मार्च को रात्रि 8:00 बजे से बॉलीवुड सिंगर सोना महापात्रा का कार्यक्रम देर रात तक चलेगा वही 8 मार्च को 7:30 बजे रात्रि से मोनाली ठाकुर बॉलीवुड सिंगर का कार्यक्रम देर रात तक चलेगा इस दौरान 7 मार्च को मात्र डेढ़ घंटे के कम समय में पद्मश्री डॉक्टर सुरेंद्र दुबे छत्तीसगढ़ी हास्य कवि सहित अनेक कवियों का कार्यक्रम रखा गया है, जबकि हास्य कवि सुरेंद्र दुबे के कार्यक्रम को शुरू होते होते ही डेढ़ घंटे बीत जाएंगे और इनका कार्यक्रम रात भर चले तो लोग बड़े मजे के साथ सुनते हैं, इसके साथ-साथ ही अनेक और स्थानीय व छत्तीसगढ़ी कलाकारों को मौका दिया गया है लेकिन बॉलीवुड सिंगर को ज्यादा समय देते हुए विशेष महत्व दिया गया है इसी तरह 8 मार्च को छालीवुड गायक अनुराग शर्मा और हॉलीवुड अभिनेत्री शालिनी शर्मा सहित अनेक स्थानीय कलाकारों को मौका दिया गया है लेकिन बॉलीवुड सिंगर मोनाली ठाकुर को 7:30 बजे से देर रात तक के लिए विशेष समय दिया गया, इस प्रकार छत्तीसगढ़ी कलाकारों को कम समय और कई कलाकारों को मौका नहीं मिलने से जहां उनके आत्म सम्मान को ठेस पहुंच सकती है वही आत्म बल मे कमी,
जबकि छत्तीसगढ़ में अनेक दिग्गज सिंगर व कलाकार है, जो देश के अनेक बड़े संस्कृत मंचों में अपने प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं और कई कलाकार बॉलीवुड से लेकर छालीवुड में बहुत पॉपुलर हैं, जिन्हें छत्तीसगढ़िया लोग बहुत पसंद करते हैं परंतु उन्हें इस पाली महोत्सव में मौका ना देकर बॉलीवुड के गायकों को बुलाया गया है, आज जो यह दोनों बॉलीवुड के सिंगर शासन का लाखों पैसा ले जाएंगे उससे कम पैसे में छत्तीसगढ़ के अनेक कलाकार छत्तीसगढ़ी और हिंदी दोनों भाषा में अपनी प्रतिभा दिखाते हुए लोगों का मनोरंजन कर सकते थे और कार्यक्रम के माध्यम से मिले पैसे व सम्मान से उनकी आर्थिक स्थिति तो मजबूत होती ही और लोगों के बीच उनका सम्मान बढ़ता जिससे छत्तीसगढ़ी कलाकारों को आत्म बल मिलता ।