कांग्रेस शासन में भाजपा नेता ने पत्र में कांग्रेस शासनकाल में षड्यंत्रपूर्वक करीबियों को लाभ पहुंचाने की लिखी थी बात
छत्तीसगढ़/कोरबा :- कांग्रेस के शासन में भाजपा के नेता की शिकायत पर जिस अधिकारी को भ्रष्ट बताते हुए उसके पद से हटाया गया अब प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही भाजपा के कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल ने उसी अधिकारी को साफ सुथरी छवि वाला और व्यवहारिक बताते हुए उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अधिकारी को पुनः उसी पद पर बैठाने के लिए अधिकारी की तारीफों के पुल बांधते हुए पत्र लिखा है, अब यह कैसी राजनीति है कि कांग्रेस शासनकाल में भाजपा के ही नेता जिस अधिकारी को भ्रष्ट बताते हैं लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही भाजपा के ही विधायक साफ सुथरी छवि और व्यवहारिक अधिकारी बताते हुए उपमुख्यमंत्री को उसी अधिकारी के पक्ष में पत्र लिखते हैं,
अब या तो शिकायत करता भाजपा नेता कांग्रेस शासन में अधिकारी के खिलाफ झूठी शिकायत किए हैं या फिर विधायक जी झूठ बोल रहे हैं, या फिर अधिकारी राजनीतिक शिकार हुए हैं या हो रहे ?
करारोपण अधिकारी जेएस पैकरा को पुनः जिला पंचायत में पदस्थापित करने कटघोरा विधायक प्रेमचंद पटेल के द्वारा डिप्टी सीएम विजय शर्मा को लिखा गया पत्र सुर्खियों में है। विधायक ने अपने पत्र में जेएस पैकरा के कार्य व्यवहार एवं कार्यशैली बहुत अच्छा बताते हुए कांग्रेस शासनकाल में षड्यंत्रपूर्वक करीबियों को लाभ पहुंचाने उन्हें हटाए जाने की बात लिखी है। अब इस पत्र की पोल खुल चुकी है। विधायक पटेल जिसे कांग्रेस शासनकाल का षड्यंत्र बता रहे हैं, उस दौरान भारतीय जनता पार्टी सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला सह संयोजक मो न्याज नूर आरबी विवादित अधिकारी जेएस पैकरा की शिकायत कलेक्टर जन चौपाल में कर चुके हैं। खास बात है कि आरबी ने अपने ज्ञापन में जेएस पैकरा को भ्रष्ट अधिकारी तक कहा है।
आरबी ने 11अक्तूबर 2022 के अपने ज्ञापन कहा था कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 2018 के विधानसभा चुनाव में कहा था कि पत्रकार सुरक्षा कानून बनाएंगे, पर अभी तक पत्रकार सुरक्षा कानून तो नहीं बन पाया, लेकिन कोरबा जिला में बैठे उनके अधिकारी जिला पंचायत में बैठकर साजिश व षडयंत्र कर पत्रकार के खिलाफ झूठी शिकायत करवाया। जिसे संघ के द्वारा वापस लेते हुए कलेक्टर संजीव झा से जिला ऑडिटर (अंकेक्षक) के खिलाफ शिकायत करते हुए प्रदेश ग्राम पंचायत सचिव संघ के पोड़ी उपरोड़ा व कोरबा ब्लॉक अध्यक्ष ने सोमवार को कलेक्टोरेट में ज्ञापन दिया, जिसमें बताया है कि पूर्व में 6 अक्टूबर को पत्रकार के खिलाफ किए गए शिकायत को जिला कार्यालय में पदस्थ जिला ऑडिटर (अंकेक्षक) जेएस पैकरा के भयादोहन कर दबाव बनाए जाने पर किया गया था। उनकी इस शिकायत को निरस्त कर शून्य किया जाए। अब सवाल उठता है कि छत्तीसगढ़ भूपेश सरकार के अधिकारी पत्रकार के विरुद्ध साजिश रच कर झूठी शिकायत क्यों करवाया। जबकि पत्रकार ने अपने पत्रकारिता की गरिमा को ध्यान में रखते हुए भ्रष्टाचार को उजागर किया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही करेंगे जो पत्रकारों के विरुद्ध झूठी शिकायत करवाते हैं या पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने जैसे ठंडे बस्ते में डाल देंगे। जिला पंचायत कोरबा में जिला अंकेक्षक (ऑडिटर) पदस्थ जगमंगल पैकरा (जेएस पैकरा) पदस्थ हैं जो कि अपनी धर्मपत्नी पुष्पा पैकरा को एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस का एजेंट बनाकर ग्राम पंचायत के सरपंच सचिवों का करोड़ों रुपए के लाइफ इंश्योरेंस का पॉलिसी ग्राम पंचायतों में हुए भ्रष्टाचार के एवज में सरपंच सचिव का दोहन करते हुए पंचायत में हुए भ्रष्टाचार का सही तरीके से जानबूझकर ऑडिट नहीं किया गया है। जिससे केंद्र व राज्य सरकार के योजनाओं का पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से ऑडिट होना नितांत जरूरी था, लेकिन यह अधिकारी दोनों सरकारों के योजनाओं में हुए करोड़ों रुपयों के घपला, भ्रष्टाचार व बंदरबांट को छिपाने के लिए अपनी धर्मपत्नी पुष्पा पैकरा को एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस का एजेंट बनाकर सरपंच सचिवों के भयादोहन किया गया है। इसलिए निष्पक्ष रूप से जिला प्रशासन के अधीनस्थ डिप्टी कलेक्टर रेंक के अधिकारियों के साथ टीम गठित कर जांच करवाने की कृपा करें ताकि निष्पक्ष जांच होने पर ग्राम पंचायतों के जिन सरपंच सचिवों का श्रीमती पुष्पा पैकरा पति जेएस पैकरा के द्वारा एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस किया गया है वह सरपंच सचिवों को स्वयं जानती ही नही है और सरपंच सचिव भी पुष्पा पैकरा को नहीं जानते पहचानते हैं। जांच करने वाली बात यह भी है कि जब जिला के सर्व सर्वा अधिकारी जब जिले के दूर दराज सुदूर वनांचल क्षेत्र गांव में नहीं जा पाते तो कैसे शासकीय अधिकारी की धर्मपत्नी उन सुदूर वनांचल क्षेत्र के ग्राम में जाकर सचिवों से संपर्क कर वहां जाकर बीमा करवाने में सफल हो गईं। जिला अंकेक्षक जे एस पैकरा द्वारा जांच में व्यवधान पैदा न हो और जांच निष्पक्ष हो इसके लिए जे एस पैकरा को निलंबन कर वसूली करते हुए कड़ी व उचित कार्यवाही की मांग की थी। और अब उसी अधिकारी को पुनः जिला पंचायत में पदस्थापित करने विधायक प्रेमचंद पटेल मांग कर रहे हैं।