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जमीन विवाद से पीड़ित महिला कोरबा कलेक्ट्रेट परिसर में अग्निस्नान का किया प्रयास, महिला पुलिस ने बचाई जान, जिले में जमीन नामांतरण से लेकर जमीन की अफरा-तफरी से जुड़े सैकड़ों मामले पेंडिंग

छत्तीसगढ़/कोरबा :-  छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा जिले में कलेक्टर कार्यालय में मंगलवार को उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया जब यहां आई एक महिला ने अप्रत्याशित ढंग से अग्निस्नान करने की कोशिश की। उसने अपने ऊपर मिट्टी तेल उड़ेलकर आग लगाने का प्रयास किया। कलेक्ट्रेट में तैनात महिला पुलिस ने महिला की जान बचाई। बताया जा रहा है कि जमीन विवाद से जुड़ी समस्या लेकर पीड़ित महिला जनदर्शन में पहुंची थी। घटनाक्रम के बाद जनदर्शन से बाहर आकर अपर कलेक्टर ने समस्या सुनी और निराकरण का भरोसा दिलाते हुए जांच के निर्देश दिए। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान कलेक्ट्रेट कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल निर्मित रहा।

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बताते चलें कि कोरबा जिले में जमीन की अफरा-तफरी और विभिन्न समस्याओं से जुड़े अनेक मामले पेंडिंग है जिनका निराकरण नहीं हो पा रहा है जिले में ऐसी स्थिति निर्मित हो गई है कि सरकारी जमीनों पर पावर प्लांट की राख पाटकर रातों-रात किसी अन्य खसरा नंबर की जमीन जो किसी के नाम हैं वह नामी जमीन रातो रात उड़कर सरकारी जमीन पर आकर बैठ जाती है और वहां किसी व्यक्ति का मालिकाना हक हो जाता है यह समस्या निगम क्षेत्र से लगाकर बालको, बरबसपुर उरगा बाईपास मार्ग क्षेत्र, सहित रामपुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक देखी जा रही है, जिसमें राजस्व विभाग की पूर्ण संलिप्तता से इनकार किया नहीं जा सकता है, पताडी एनएच मार्ग मैं एक प्रभावित किसान ने एसडीएम कार्यालय में घूस नहीं दिया तो उसका 21 लाख मुआवजा की जगह में 3 लाख बना दिया गया था किसान जब हाई कोर्ट गया तो उसे हाई कोर्ट के निर्देश पर 21 लाख मुआवजा दिया गया, ऐसे ही कितने जमीन विवाद से पीड़ित किसान या जमीन मालिक हैं जिन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है राजस्व विभाग में जमीन नामांतरण के सैकड़ों मामले पेंडिंग पड़े हुए हैं जो समय पर राजस्व विभाग के अधिकारियों के द्वारा नहीं किए जा रहे हैं हां अगर हो भी रहे हैं तो उन भू माफियाओं के जो जिले की सरकारी जमीनों की अफरातफरी में लगे हुए हैं, जरूरत है राजस्व विभाग में अच्छे और ईमानदार अधिकारी कि जो पीड़ितों को न्याय दिला सके । हालांकि अब पुराने एसडीएम और तहसीलदार का ट्रांसफर हो चुका है और लोगों को अब नए अधिकारियों से उम्मीद है, जो पटवारियों के कार्यों में कसावट लाते हुए लोगों को न्याय दिलाएंगे ।

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